Paidal yatra travel tips in Hindi
हमारे देश भारत में पैदल तीर्थ यात्रा करने का बहुत महत्व है। वो चाहे चारधाम यात्रा हो या फिर हिंदुओ के सात पवित्र शहरों की सप्तपुरी यात्रा हो सबका अपना-अपना विशेष महत्व है। सनातन हिन्दू धर्म के शास्त्रों और पुराणों में पवित्र तीर्थ स्थलो की पैदल यात्रा करके दर्शन करने के कई लाभ वर्णित है। पैदल चलना एक बेहतरीन व्यायाम है जो कई स्वास्थ्य लाभ प्रदान करता है। यह हृदय स्वास्थ्य, रक्तचाप, मधुमेह, और वजन नियंत्रण में सुधार कर सकता है। पैदल चलना मांसपेशियों को मजबूत करने और संतुलन और समन्वय में सुधार करने में भी मदद कर सकता है। पैदल तीर्थ यात्रा के दौरान, लोग अक्सर पहाड़ों पर चढ़ने, नदियों को पार करने और अन्य चुनौतीपूर्ण इलाकों से गुजरने के लिए मजबूर होते हैं। इससे उनकी शारीरिक सहनशक्ति और Mental Health में सुधार होता है। पैदल चलना एक तनाव-मुक्त करने वाला गतिविधि है जो मन को शांत करने और तनाव को कम करने में मदद कर सकता है। पैदल तीर्थ यात्रा के दौरान, लोग अक्सर प्रकृति की सुंदरता का आनंद लेते हैं और आध्यात्मिक विचारों के साथ खुद को व्यस्त रखते हैं। इससे उनके मानसिक स्वास्थ्य में सुधार होता है और उनके जीवन में शांति और संतोष की भावना बढ़ती है। आज की इस पोस्ट में, मैं अपना रियल लाइफ पैदल तीर्थ यात्रा करने के फायदे के बारे में अपना अनुभव साझा करूँगा।
नए दोस्त बनते हैं
जब आप अपने गांव या शहर से पैदल यात्रा का जत्था निकालते हैं तो आपके गांव-शहर के अलग-अलग गली-मोहल्ले से लोग आते हैं। इनमें से काफी लोग ऐसे होते हैं जो रहते तो आपके क्षेत्र में ही है लेकिन उनके बारे में आपको जानकारी नहीं होती। ऐसे में आप पैदल यात्रा करते समय सबसे बातचीत करते हैं उनके काम के बारे में जानकारी प्राप्त होती है, उनके नाम मालूम पड़ जाते हैं।
स्वास्थ्य अच्छा हो जाता है
- पैदल तीर्थ यात्रा करने का सबसे बड़ा फायदा यही है की आपकी हेल्थ (सेहत) अच्छी हो जाती है। इसके बहुत सारे कारण होते हैं जैसे;
- आपको कई घण्टो तक पैदल चलना पड़ता है जिससे आपके शरीर की सारी मांसपेशिया और अंग-अवयव हिलते-डुलते है।
- हर एक घण्टे के बाद नए-नए गांवो का, खेतो का पानी पीने को मिलता है। जिससे शरीर में ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ती है।
- हर दस मिनट में नया एरिया आता है वहाँ पर आपको शुद्ध हवा मिलती है।
फलाहार तथा ग्रुप के साथ भोजन करने का आनंद
पैदल तीर्थ यात्रा में आपको बहुत सारा जगह-जगह धार्मिक स्थलों पर फलाहार खाने को मिलता है। इसके अलावा आप अपने समूह (Group) के साथ खुद हाथो से नास्ता, सुबह का भोजन और शाम का भोजन बनाते हैं। सच बात बोलू तो जब हम सभी यार-दोस्त मिलकर साथ में बैठकर भोजन करते हैं तो ये फिलिंग नेक्स्ट लेवल की होती है। इसमें जिंदगी का एक अलग ही आनंद आता है उसको शब्दो में बयां करना मेरे लिए कठिन है। मुझे लगता है ‘ Paidal Group Traveling’ करने का यह भी एक कारण है।
आप अपनी क्षमताओं को पहचानते हैं
राजस्थान में मैंने पहली बार इतनी लंबी मेरे गांव से 50 किलोमीटर दूर स्थित प्रसिद्ध तीर्थ स्थल माँ आशापुरा मंदिर नाडोल की यात्रा की। इसमें मुझे अहसास हुआ की यदि जीवन में किसी भी क्षेत्र में सफलता हासिल करनी है तो माहौल और जूनून का होना आवश्यक है। क्योंकी यदि मैं अकेला यह यात्रा करता था तो शायद 5 दिन लग जाते हैं। लेकिन 50 लोगो के ग्रुप के कारण यह ‘Paidal Trip’ एक दिन में ही पूरा हो गया।
आप बहुत कुछ नया सीखकर आते हैं
आप पैदल तीर्थ यात्रा करते समय बहुत सारे नये-नये लोगो से बीच रास्ते में मिलते हैं उनसे बातचीत करते हैं। वहाँ के स्थानीय भाषा को समझते है, वहाँ के व्यापार और हाल-चाल को समझते हैं। ऐसे कई सारे फायदे पैदल यात्रा के होते हैं।
आपका जोरदार स्वागत होता है
जब आपका जत्था (ग्रुप के सदस्य) अपने गांव-शहर से पैदल तीर्थ यात्रा के लिए रवाना होता है तब आपको माला पहनाई जाती है, ढोल-नगाड़ों के साथ रवाना किया जाता है यही प्रकियां वापस लौटते समय भी होती है। इस समय आपको ठीक वैसा ही महसूस होंगा जैसे किसी नेता या अभिनेता का स्वागत किया जाता है। घूमा फिराके सेलेब्रिटीज़ वाली फिलिंग आयेगी।
पैदल तीर्थ यात्रा करते समय ध्यान रखने योग्य बातें (Paidal Yatriyon Ka Samuh Ye Galti Na kare)
कुछ गलतियां आपके इस सफर को सबसे बुरा बना सकती है वही कुछ महत्वपूर्ण ‘Group Travel Tips in Hindi’ आपकी यात्रा को बहुत खास बना सकते हैं।
- रात को देर में ज्यादा भोजन ना करे क्योकि यदि वो रात को खाया हुआ सही से नही पचा और सुबह आपका पेट शौचालय में साफ नही हुआ तो दूसरे दिन पूरे दिन आपके शरीर में गैस बनेगी। और ये गैस आपके साथ-साथ सभी मित्रों को भी परेशान करेगी।
- बाजार की तली-भूनी चीजें खाने से बचे जिससे आपको उल्टी नही होंगी।
- ज्यादा से ज्यादा प्राकृतिक चीजें अपने बैग में रखे ताकी जब भी थकान हो या मूड सही न हो तो उसको मुंह में डाल दे।
- रास्ते में अनजान गांव में किसी भी प्रकार की उल्टी सीधी हरकत ना करे। वरना आपकी यात्रा उस क्षेत्र के लोग वही पर समाप्त कर देंगे।
- उन लोगो को ही साथ लेकर जाए जिनकी खुद की रूचि हो। जबर्दस्ती साथ ले जाने के बाद वे लोग ना खुद एन्जॉय करेगे ना ही आपको करने देंगे।
- पैदल यात्रा का आनंद लेने के लिए, यहां कुछ महत्वपूर्ण टिप्स हैं:
- सही जूते पहनें: यह सुनिश्चित करें कि आपके पैरों के लिए सही जूते हैं और वे आपके यात्रा के समय आरामदायक हैं।
- योजना बनाएं: आपकी यात्रा की सही योजना बनाएं, जिसमें दूरी, समय, और ठहरने की जगहें शामिल हों।
- पानी की आपूर्ति: पैदल यात्रा के दौरान अच्छे से हाइड्रेट रहें, और सुनिश्चित करें कि आपके साथ पर्याप्त पानी है।
- पर्याप्त आहार: सही पोषण के साथ यात्रा करने के लिए खाने का सही सामान पैक करें।
- सुरक्षा के उपकरण: हमेशा एक आपातकालीन स्थिति के लिए सुरक्षा के उपकरण जैसे कि एक फर्स्ट एड किट, टॉर्च, और स्विस आर्मी नाइफ ले कर चलें।
- स्थिति के अनुसार बदलाव करें: यात्रा के दौरान मौसम और दृश्य स्थिति के हिसाब से अपनी योजना में बदलाव करने के लिए तैयार रहें।
- सामान लाइट: केवल आवश्यक सामग्री ही पैक करें और संभावना से पहले स्थानीय जगहों पर अपनी यात्रा की जानकारी प्राप्त करें।
- स्वस्थ रहें: नींद, आहार, और स्वस्थ रहने का ध्यान रखें, ताकि आप यात्रा के दौरान ऊर्जा से भरपूर रहें।
- पर्यावरण से सही संबंध: पैदल यात्रा के दौरान प्राकृतिक संरक्षण का ध्यान रखें और स्थानीय लोगों और पर्यावरण के साथ सही तरीके से व्यवहार करें।
आज आपने पैदल यात्रा करने (Paidal Yatra in hindi) के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त की। पैदल यात्रा का मतलब यही होता है की अपने पैरो से चलना उस स्थान तक जहाँ पर आपको जाना है।
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