Patanjali Yogpeeth nearest tourist places?
पतजंलि औषधीय उद्यान हरिद्वार शहर के दिल्ली-हरिद्वार राष्ट्रीय राजमार्ग पर पतजंलि रिसर्च सेंटर का हिस्सा हैं। यह भारत का पहला ऋषि-मुनि संग्रहालय और अकल्पनीय हर्बल गार्डन हैं। यहाँ पर घूमने आये पर्यटकों ने बोला ऐसी चीज बनाने के लिए पैसा नहीं दिमाग चाहिए। यहाँ अंदर जाने के बाद आपको बाहर आने का मन नही करता, शुद्ध हवा, प्राकृतिक वातावरण, पक्षीघर, वनस्पतियाँ इत्यादि आपको लगभग 3 से 4 घंटा अंदर समय बिताने पर मजबूर करती हैं।
पतजंलि औषधीय उद्यान कैसे जाये? एंट्री फीस कितनी है
बड़ा पेड़ जहाँ पर ऊपर जा सकते है
ज्ञानगुहा भारत का पहला आयुर्वेद संग्रहालय (ayurveda museum in india)
यहाँ पर आपको आयुर्वेद और योग का अनोखा संगम देखने को मिलेगां। यहाँ पर आयुर्वेद के महान ऋषि चरक, धन्वंतरि, महर्षि सुश्रुत, महर्षि घेरण्ड व अन्य आयुर्वेद के महान लोगो का जीवन परिचय इस गुफा में आप देखेंगे। अंदर रेकॉर्डिंग करना मना हैं। आपको जानकारी के लिए बता दू, अंदर गुफा में नकली चमगादड़ भी लगीं हुई हैं, इसलिए उनसे डरे ना। यहाँ पर आयुर्वेद और योग की जीवंत झांकियों को महसूस करेंगे। इस गुफा में योग और आयुर्वेद के सम्पूर्ण विज्ञान को समझाने का प्रयास किया हैं। स्वामी रामदेव जी अपने अनमोल विचार में कहते हैं, यह भारत देश ऋषि-मुनियों का देश हैं, किसी राजा-महाराजा का नही।
पतंजलि औषधीय उद्यान की 7 विशेषताएं
1. यहाँ पर सात सुंदर मानव द्वारा निर्मित फव्वारे एंव एक सुंदर जलाशय हैं
2. जलीय पौधें – सिंघाडा, कमल, नीलम्बो न्युसिफेरा, तगर, इण्डिका, निम्फोइडीज, आदि अनूकूल इको सिस्टम प्रदान करता है।
3. कई प्रजातियो के पक्षियों के लिए एक बड़ा पक्षीघर , छोटे-छोटे तालाब व व झरने के चारो और दुर्लभ प्रजतियो के पौधे हैं, जो पक्षियों के लिए प्राकृतिक वातावरण प्रदान करता हैं।
4. देश का पहला म्यूजियम हैं, जहाँ पर योग, आयुर्वेद, जड़ी-बूटी और औषधीय पौधों का को दिखाया गया हैं
5. इसमें 300 शाकीय पौधे, 175 शूपो, 50 आरोही लताओं, 25 जलीय पौधों और 50 वृक्षों की प्रजतियां मौजूद हैं।
6. उद्यान में पांच कृत्रिम गुफाऍ हैं। कुछ गुफाएं ऋषि मूर्तियों के माध्यम से आयुर्वेद के मूल ज्ञान को प्रदशित करती हैं
7. हर्बल विषय के शोध करने वाले विद्यार्थियों के लिए यह गार्डन वरदान हैं।
सुंदर नवग्रह वाटिका
यहाँ आपको 9 ग्रह वाटिका से संबंधित जानकारी मिलेंगी उदाहरण;- बुद्ध ग्रह, गूलर ग्रह, शुक्र ग्रह, पलाश ग्रह, चन्द्रमा, पीपल, गुरु या बृहस्पति ग्रह, खदिर, मंगल ग्रह, सूर्य
ग्रह, केतू ग्रह, शनि ग्रह, दूर्वा राहु ग्रह को नियंत्रण करते हैं। कुल मिलाकर 9 पौधे नवग्रह का प्रतिनिधित्व करते है। सभी ग्रहों के फोटो आप यहाँ पर देख सकते हैं।
राशि वाटिका व नक्षत्र वाटिका
पतजंलि रिसर्च सेंटर परिसर के अनुसंधान के लिए यह राशी वाटिका व नक्षत्र वाटिका का निर्माण करवाया गया है। राशि
वाटिका के अंदर 12 राशी पादपों का चयन किया गया हैं वह नक्षत्र वाटिका के अंदर 28 नक्षत्रो से संबंधित पौधों का चयन किया गया हैं।
आयुर्वेद पेड़ और जलप्रपात
आयुर्वेद पेड़ इसके अंतगर्त आयुर्वेद की वैज्ञानिकता को दिखाता है। इस जगह पर एक लोहे के चदर के नीचे एक पेड़ लगा हुआ है, जो काँच में बंद हैं। यह पेड़ लगभ 200 किलोग्राम मिश्रित धातुओं से बना हैं, इसमें वृक्ष चिकित्सा की आठ शाखाओं की विविधता को दर्शाया गया हैं। जलप्रपात के अंदर पानी के फवारे चलते हैं।
पुष्कर सरोवर
इस जगह पर आदि-योगी भगवान महादेव की प्रतिमा लगी हुई हैं। यह समस्त वनस्पतिशास्त्र, योगशास्त्र और आयुर्वेदशास्त्र का दर्शन करवाती हैं। इस त्रिविध ज्ञान को जीवन में उतारकर किस तरह जीवन को सुन्दर और सुगम हम बना सकते हैं, यह इसमें दिखाया गया हैं। इस सरोवर में पौधों की विभिन्न जलीय प्रजतिया पायी जाती हैं। जिनमें कमल वंश के पोधे प्रमुख हैं।
पक्षी विहार
पतजंलि औषधीय उद्यान का सबसे मजेदार और मन को शान्ति देने वाली जगह पक्षी विहार ही हैं। इसको आप चिड़ियाघर भी बोल सकते है। शतुरमुर्ग को नजदीक से देखना मेरे जीवन का शानदार अनुभव था, काले मुर्गे, सभी प्रकार की बतख को नजदीक से आप यहाँ पर देख सकते हैं, यह सभी पशु-पक्षीयो केस्वास्थ्य को देखते हुये, इनके लिए स्वामी जी ने शानदार घर बनाया हैं, जिसको तारबंदी और लोहे के सरिये से बहुत ऊंचाई तक बनाया गया, इससे उनको ऐसा लगता हैं, की हम जंगल में विचरण कर रहे हैं। इस लटकते हुए पुल (ब्रिज) पर चलने का भी मजा आता है। वास्तव में यह देश-दुनिया के सभी टूरिस्ट के लिए जबदस्त जगह हैं। यहाँ आचार्यजी ने और स्वामी जी ने वनस्पतियों और पक्षियों का जीवन संबंध कैसा होता उसको यह विहार दिखता ही। इसके अंदर दुर्लभ प्रजातियो के पौधे हैं, जो पक्षीयो के लिए प्राक्रतिक वातावरण प्रदान करता हैं।
वशिष्ठ गुहा, संजीवनी गुफा, पौधशाला
वशिष्ठ गुहा के अंदर पौधों की बहुत सारी जलीय प्रजातिया पायी जाती है। जिनमें पिस्टिया, सिंघाड़ा, कमल प्रमुख है।
संजीवनी गुहा में मुख्य रूप से हिमालयी क्षेत्रों में पाये जाने वाले फर्न की प्रजतियो को अंदर शामिल किया गया है।
पौधशाला में पतजंलि औषधीय उद्यान में यह औषधीय पौधे सालभर यहाँ नर्सरी में पतजंलि के वैज्ञानिकों की देखरेख में उगाये जाते हैं, वह सस्ते दामो पर जनसाधारण के लिए उपलब्ध करवाये जाते है। तो इस तरह मेरा गार्डन का सफर खत्म होता है। टिकट पर लिखा हुआ हैं, 40 मिनट से ज्यादा अंदर नही रह सकते, पर अंदर चीजें इतनी देखने-लायक हैं, की आपको लगभग तीन घंटे का समय घूमने और उन चीजों को अनुभव करने में लगेंगा।
Patanjali Yogpeeth nearest tourist places list and Quick introduction
निम्नलिखित बताए गए सभी टूरिस्ट प्लेस पंतजलि योगपीठ से मात्र 2Km, 3km, 5Km और अधिकतम 8 किलोमीटर के अंदर स्थित है।
- गंगा आरती
- हर की पौड़ी घाट
- मनसा देवी मंदिर
- दक्ष महादेव मंदिर
- वैष्णो देवी मंदिर
- नील धरा पक्षी विहार
- Crystal World Amusement park
- योगपीठ फेज 1
- योगपीठ फेज 2
- पंतजलि आयुर्वेद हॉस्पिटल
- निरामयम पंतजलि नेचुरोपैथी सेंटर
- पंतजलि गोशाला
- पंतजलि रीसर्च इंस्टिट्यूट
नोट ⇒ इन सबके बारे में विस्तार से जानकारी हरिद्वार टूरिस्ट प्लेस पोस्ट में दी गई है उसे भी पढ़े।
आज आपने हरिद्वार शहर में स्थित patanjali yogpeeth tourist places in Hindi के बारे में सम्पूर्ण जानकारी प्राप्त की।