Ghar Par Herbal Tea Kaise Banaye?
प्राचीन भारत, वैदिक भारत व राजा – महाराजाओं के समय हमारे देश के लोग हर्बल चाय ही पीते थे। हर्बल चाय के और भी बहुत सारे नाम है जैसे आयुर्वेदिक चाय, देशी चाय या स्वदेशी चाय। लेकिन जब अंग्रेज भारत में शासन करने आये तो सभी भारतीयों को उनके देखादेख ब्लैक टी पीने की आदत पड़ गई। आज हम जो बाजार में मिलने वाली काली चायपत्ती और डेयरी के दूध से जो घर पर चाय बनाकर पीते हैं, वो कम से कम अस्सी प्रकार की बीमारियों (80 diseases) का कारण बनता हैं। ऐसे मैं आज आपको चाय (ब्लैक टी और कॉफी) का विकल्प पता होना चाहिए। मुझे भी इस बात की हैरानी होती हैं, की इस देश (भारत) के आध्यात्मिक संगठन पहले से दिव्य पेय, हर्बल चाय बनाते थे, परन्तु मात्र एक प्रतिशत लोगो को ही इसके बारे में जानकारी थी। पर अभी चाय पीने के नुकसान से लोग जागरूक होने लगे हैं, और हर्बल टी की तरफ आ रहे हैं। आज मैं आपको घर पर हर्बल टी कैसे बनाये, घर पर बिना ज्यादा पैसा खर्च किये रसोई के मसालों से ही हर्बल आयुर्वेदिक चाय बनाना सिखाऊंगा। इसलिए अंत तक पूरी पोस्ट जरूर पढ़ें।
हर्बल चाय बनाने की सामग्री (herbal tea masala recipe in hindi)
सबसे पहले आप अपनी घर की रसोई में जाये, और देखे की जो मैं, अभी नीचे हर्बल चाय बनाने के लिए मसालों की लिस्ट बता रहा हूँ, वो आपके घर में हैं या नही, उनको खोजे।
● इलायची [Cardamom]
● अदरक [Ginger]
● सोंठ [Dry ginger]
● कालीमिर्च [Black Pepper]
● तुलसी के पत्ते [ Basil ]
●लौंग [Clove]
【ध्यान देने वाली बात】:- ये जरूरी नहीं है, की आपके पास यह सब आयुर्वेदिक औषधिया हो, अगर आपके पास उपर बताई गयी 6 औषधी में से तीन भी हैं, तो काम बन जायेगा। और अगर आप इनमें अतिरिक्त हर्बल टी ingredients मिलाना चाहते हैं तो सौंफ, शंखपुष्पी, अर्जुन जेसी औषधीया मिला सकते हैं। अब इन सबको बराबर मात्रा में मिलाकर पीस दीजिए, या कूट दीजिए। किसी औषधि की मात्रा ज्यादा कम होंगी तो भी चलेगा।
आयुर्वेद चिकित्सा का यही फायदा हैं, कोई चीज आप ज्यादा भी खा लो, तो कोई नुकसान नही होता!!
🌿🍵 हर्बल टी 🌿🍵 बनाने की विधि –
सबसे पहले ही बताना चाहता हूँ, की आप हर्बल टी दूध के साथ भी बना सकते हैं, और बिना दूध की (सिर्फ पानी से) भी। जेसी आपकी इच्छा हो लेकिन मेरा सुझाव ये रहेंगा की यदि आप सिर्फ शौक से मजे लेने के लिए पीना चाहते हो, तो दूध वाली हर्बल चाय पीये, और अगर आप स्वास्थ्य हेल्थ की दृष्टि से पीना चाहते हो, तो सिर्फ पानी में बनाकर पीये। क्योकी अभी जो बाजार का दूध आ रहा हैं, वो आपके सेहत के लिए सही नही हैं। बाजार का डेयरी का दूध गाय और भैंसों को कृत्रिम रूप से गर्भधान करके बनाया जाता है। इसके अलावा डेयरी उद्योग अधिक से अधिक दूध के लिए दूधारू पशुओं को दूध बढ़ाने के इंजेक्शन लगाता है। इसलिए पानी वाली हर्बल चाय सबसे बेस्ट है।
{ स्टेप 2} – पहले जितने कप आप चाय बनाना चाहते हैं, उतना पानी या दूध चाय बनाने के बर्तन में ले लीजिए।
{ स्टेप 3} – अभी सारे मसाले डाल दीजिए, जो आपने बनाए है। सबको पीसकर मिक्स करके।
{ स्टेप 4} – अभी शुद्ध देशी गुड़ (काला या भूरा) या देशी शक्कर (खाण्ड) डालिए। देशी शक़्कर एकदम बारीक आती हैं। वो बड़ी वाली शक़्कर भूल से ना डाले क्योकी वह रोगों की जननी है।
{ स्टेप 5} – अभी कुछ मिनट उबाले, फिर गैस से उतारकर छानकर, पीजिए 🍵🌿 !!!!😊
हर्बल टी पीने के 10 बड़े फायदे (herbal tea benefits in hindi)
वेसे तो हजारो फायदे हैं, हर्बल टी पीने के पर आज मैं आपको दस बड़े फायदे अपने अनुभव के आधार पर बताना चाहूँगा।
1. हर्बल टी आयुर्वेदिक चाय पीने से आपकी रोगप्रतिरोधक क्षमता (इम्युनिटी पॉवर) बढ़ता है। जो बहुत सारी बीमारियों को शरीर में आने से रोकता हैं।
2. हर्बल चाय आपके शरीर में सुरक्षा कवच की तरह काम करती हैं। और अंदर जमा गंदगी को बाहर निकालती हैं।
3. हर्बल-टी पीते ही आपको एक कमाल की ऊर्जा मिलती हैं। एक अन्तरजगत का आनंद प्राप्त होता हैं।
4. हर्बल-टी पीने से आपके मस्तिष्क का भी विकास होता हैं। दिमागी शक्ति बढ़ती है।
5. मेरा ऐसा मानना हैं; हर्बल-टी अगर कोई व्यक्ति सर्दी या बारिश के मौसम में पीता हैं। तो उसे सर्दी, जुकाम, खांसी जेसी तकलीफो का सामना नही करना पड़ेंगा। और बारिश में होने वाले संक्रामक रोगों से मुक्ति मिल सकती है।
6. अगर कोई व्यक्ति जो हम नॉर्मल चाय पीते हैं, उसको छोड़कर हर्बल-टी पीने की आदत डाल दे। तो उसके पूरे शरीर का कायाकल्प हो सकता हैं
7. हर्बल टी के अंदर ऐसी औषधिया होती हैं, जो लगभग पचास से ज्यादा बीमारियों का इलाज करने में सक्षम हैं।
8. हर्बल-टी को किसी भी आयुवर्ग का व्यक्ति पी सकता हैं। इसका कोई नुकसान (side effects) नही है।
9. हर्बल-टी को अगर आप दुनिया की सबसे ऊर्जावर्धक पेय (Energetic Drink) कहा जाये, तो इसमें कोई अतिश्योक्ति नहीं होंगी।
10. हर्बल चाय पीने का खर्चा बहुत न के बराबर हैं मतलब अमीर, गरीब कोई भी व्यक्ति ये पी सकता हैं। और ये घर पर भी बनाई जा सकती हैं।
11. वजन घटाने में (Weight Loss) में सहायक है।
बेस्ट हर्बल टी कौन सी है?
आपके मन में यह सवाल उठ रहा होंगा, की हम सस्ते कीमत पर हर्बल टी कहाँ से खरीद सकते हैं? और भारत की सबसे अच्छी स्वदेशी चाय कौनसी हैं, तो आज मैं यहाँ पर किसी कंपनी का प्रचार नही कर रहा हूँ, बल्की देश के दो बड़े आध्यात्मिक संगठन द्वारा निर्मित हर्बल टी के बारे में बताऊंगा।
Pragya Pay Benefits in Hindi प्रज्ञा पेय चाय के बारे में जानकारी
प्रज्ञा पेय हर्बल टी भारत के सबसे बड़े आध्यात्मिक संगठन अखिल विश्व गायत्री परिवार बनाता हैं। इसका निर्माण शान्तिकुन्ज हरिद्वार में होता हैं। मैं, खुद जब से इस संगठन से जुड़ा हूँ। तब से यह पीता हूँ। बहुत ही शानदार, लाजवाब और स्वास्थ्यवर्धक हैं, ये प्रज्ञापेय चाय। इसको आप awgp store डॉट कॉम से घर बैठे खरीद सकते हैं। pragya pey को बनाने की विधि भी हूबहू वहीं हैं, जो मैंने उपर बताई हैं।
Pragya Pay ingredients
● अर्जुन (terminala arjuna)
● ब्राही, शंखपुष्पी, तेजपत्र, आज्ञाघास, दालचीनी, मुलहठी, सौंफ, नागरमेथा, शरपुंखा, तुलसी।
Patanjali Divya Peya Benefits पतंजलि दिव्य पेय चाय के बारे में जानकारी
पंतजलि दिव्य पेय के बारे में पहली बार मैंने तब सुना जब इस्कॉन भक्तिवेदान्त गौशला वृंदावन में समयदान कर रहा था,
और सच बताऊ, तो यही से मुझे पता चला, जो हम रोज शरीर को नुकसान पहुँचाने वाली चाय पीते हैं। उसका भी अच्छा आयुर्वेदिक विकल्प हमारे देश में मौजूद हैं। उसके बाद क्या उसी दिन से मैंने कसम खा ली, अब जीवन भर हर्बल चाय (ayurvedic chay) ही पीयूंगा। मेरे लोकेशन पर यह डिलीवरी नही हैं, इसलिए अब मैं प्रज्ञापेय ही पी रहा हूँ। लेकिन patanjali diya pey मेरी पसंदीदा हर्बल टी हैं। क्योकी इसमें 30 से ज्यादा दुलर्भ औषधिया डाली हुई हैं। यही patanjali divya pey peene ke fayde hain. वैसे तो इसकी कीमत 50 रूपये हैं, लेकिन इसके अंदर डाली गई जड़ी-बूटियों की कीमत हजारों में है। इसको आप patanjali ayurved dot net वेबसाइट पर जाकर खरीद सकते हैं। या फिर किसी भी नजदीकी पतंजलि स्टोर से खरीद सकते हैं। patanjali divya peya
को बनाने की विधि भी हूबहू वहीं हैं, जो मैंने उपर बताई हैं।
Patanjali Divya Peya ingredients in Hindi
●तुलसी
● दालचीनी
●जावित्री
● काली मिर्च
● सौंठ
● मुलेठी
●एलोवेरा
●अर्जुन
● ऐला लघु
● छोटी पीपली
● गिलोय
●तेजपत्र
●गौरखपान
● चित्रक
● चंदन लाल
● वन तुलसी
10 आयुर्वेदिक औषधी और भी हैं लेकिन किसी कारण से नही लिख पाया, क्षमा करे।
ग्रीन टी और लेमन टी में क्या अंतर है? Difference Between Green Tea And Lemon Tea In Hindi
ग्रीन टी के अंतर्गत सिर्फ एक आयुर्वेदिक औषधि के पौधे की चायपत्ती होती है। और लेमन टी में किसी प्रकार की चायपत्ती नही डाली जाती। ग्रीन टी सबको पसंदनही आती क्योंकी इसमें सिर्फ एक ही प्रकार की जड़ी बूटी होती है इसके अलावा ये थोड़ी महंगी भी पड़ती है वही लेमन टी और हर्बल चाय हर कोई बना सकता है और ये सस्ती भी पड़ती है। लेमन टी को बनाने के लिए सिर्फ एक गर्म पानी में एक नींबू निचोड़ना है और उसमें आपके स्वादानुसार शहद डालनी है। यह बन गई आपकी लेमन टी।
आज आपने सीखा और पढ़ा घर पर हर्बल टी कैसे बनाये, हर्बल टी आयुर्वेदिक चाय पीने के लाभ व फायदे, पोस्ट अच्छी लगे तो शेयर करें और लोगो को स्वदेशी चाय के बारे में जागरूक करें।
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