Television disadvantages essay in hindi
यह बात तो सत्य हैं, की आज से दस-बीस साल पहले टीवी हमारे मनोरंजन का और बोरियत को दूर करने का सबसे अच्छा टेक्नोलॉजी था। हम अपने पूरे परिवार के साथ बैठकर घण्टो-घण्टो तक टेलीविजन देखते थे, आनंद भी लेते थे। लेकिन रुकिए ! कभी आपने यह पता लगाने की कोशिश कि, टेलीविजन टीवी क्या हैं? टीवी के फायदे और नुकसान क्या हैं? हम अपना जीवन का सबसे अधिक समय इसको देखेने में क्यों लगा रहे हैं?, आज मैं इन्ही सारे सवालों का इस पोस्ट में जवाब दूँगा। और मुझे पूरा विश्वास हैं, अगर आपको जीवन में कामयाब इंसान बनना है, तो आप यह पूरी पोस्ट जरूर पढ़ेंगे, और अपने जीवन से इस भयंकर समस्या से छुटकारा पायेंगे।
टीवी क्या हैं? टेलीविजन का इतिहास (television history in hindi)
टीवी का हिंदी में मतलब होता हैं, दूरदर्शन। मतलब हम घर पर बैठे-बैठे, दुनिया के किसी भी इलाके को, शहर को, कस्बे को, ढाणी को, महानगर को देख सकते है। हम दुनिया की हर अच्छी-बुरी खबर को टीवी के माध्यम द्वारा आराम से देख सकते हैं। टेलीविजन का अविष्कार 19 वी शताब्दी में शुरू हो गया था। और सन 1931में इसकी लॉन्चिंग हुई। आज भी भले स्मार्टफोन और मोबाइल का जमाना हो लेकिन टीवी देखने वालो की बिल्कुल कमी नहीं है।
टेलीविजन के प्रकार (tv kitne prakar ki hoti hai)
● स्मार्ट टीवी
● सेटेलाइट टीवी
● केबल टीवी
● ब्लेक एंड व्हाइट टीवी
● कलर टीवी
● थ्रीडी टीवी
● एलसीडी टीवी
● एलईडी टीवी
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टेलीविजन देखने वाले लोग संभल जाइए (television negative effects on society)
यह बात मैं जो अभी बता रहा हूँ, वो भारत के महान समाज सुधारक, स्वदेशी के समर्थक़ राजीव दीक्षित जी ने गहरे रिसर्च के साथ बताई है। इस ब्लू कलर लाइन पर क्लिक कर उनका जीवन परिचय भी पढ़ सकते हैं।
● जिस देश में प्राचीन काल में बच्चों को रामायण, महाभारत तथा महान लोगों का जीवन परिचय सुनाया जाता था।
उसी देश में आज ” जब मैं, भारत के युवाओं को ‘गंदे-गंदे’ गीत गाते देखता हूँ। तो मुझे बड़ा दुःख होता हैं।
● टीवी की वजह से हर घर को भारी नुकसान हो रहा है। बच्चे मानसिक पागल होकर ‘मौत’ के घाट उतर रहे हैं। जब बच्चे टीवी में ऐसे विज्ञापन देखते हैं, जो सत्य नही हैं, और उनकी नकल करने की कोशिश करते हैं, और मृत्यु के शिकार हो जाते हैं। और हर साल टीवी देखकर मरने वाले लोगो का यह आंकड़ा बहुत बड़ा हैं। अमेरिका जैसे देश के दो करोड़ लोग टेलीविजन देखकर मानसिक पागल (मेंटल) हो गये।
● जब हम बार बार हिंसा, मारपीट वाली वीडियो, चैनल, फिल्में देखते हैं, तो यह सारे दृश्य हमारी दया, करुणा व प्रेम को खत्म कर देती हैं। इससे क्या होता हैं, जब हमारे सामने कुछ गलत काम या गलत चीजें हो रही होती हैं, तो हम उसे रोकने में असक्षम (असमर्थ) हो जाते हैं। और चुपचाप उस गलत हो रही चीज को देखते रहते हैं। हम पशु बन जाते हैं।
【विशेष】- आप यूटुब पर ‘ टेलीविजन टीवी by rajiv dixit, television by rajiv dixit टीवी reality exposed by rajiv dixit ji, सर्च करके उनका यूटुब वीडियो ‘ टेलीविजन से मानसिक पागल तक की यात्रा’ जरूर देखें। ( tv se mansik pagal tak ki yatra) लेकिन पहले ये पोस्ट पढ़ ले। वरना बहुत सारी महत्वपूर्ण जानकारी अधूरी रह जायेगी। जो आज आपको जानना जरूरी है।
टीवी इस का दुनिया सबसे खराब अविष्कार (TV is worst invention in human history)
जी बिल्कुल, यह बात सच हैं, यह इस दुनिया का सबसे खराब टेक्नोलॉजी हैं। क्योकी टीवी देखते समय हमारा दिमाग पूरी तरह बंद हो जाता हैं। जब हम चिंतन करते हैं, सोचते हैं, तो उससे कल्पना (imagination) निकलती हैं। इसलिए जो व्यक्ति सोच नही पाता, चिंतन नही कर पाता, उसे ही पागल बोलते हैं। यह पागल आदमी की परिभाषा हैं। अगर तुमने शरीर के किसी भी हिस्से को कुछ घण्टो के लिए या एक दिन तक हिलाया डुलाया नही, तो वह काम करना बंद कर देंगा। और जब हम टीवी देखते हैं, तो हमारे पसन्दीदा टीवी सिरियल एपिसोड को आँखे, फाड़-फाड़ कर देखते हैं, जिससे हम पलक झपकाना ही भूल जाते हैं। और नेत्र रोग वैज्ञानिक यह कहते हैं, की आपको हर एक सेकेंड में अपनी आंख बंद कर खोलनी चाहिए, मतलब पलक झपकाना जरूरी हैं। और दूसरी बात टीवी जब चलती हैं, तो उसमें से खतरनाक रेडियेशन किरणे निकलती हैं, जो हमारी आंखों के लिए बहुत नुकसान दायक हैं।
टीवी देखने के भयंकर नुकसान (tv side effects in hindi)
1. दुनिया के जितने भी सफल, अमीर और महान इंसान है। वो जीवन में कभी टीवी नही देखते हैं। यह उनकी सफलता का बहुत बड़ा कारण होता हैं, यदि आपअपने जीवन में सफलता और अमीरी चाहते हो तो, टेलिविजन देखना आज ही छोड़ दो।
2. टेलीविजन देखने से मानसिक रोग होते हैं, आदमी तनाव, स्ट्रैस, टेंशन और डिप्रेशन में चला जाता है।
3. जो इंसान सुबह उठते ही टीवी पर ही और शाम को सोने से पहले आपराधिक घटनाक्रम, मारपीट वाली एक्शन फिल्में और गंदी चीजें देखता है। वो खुद अपना जीवन बेकार करने के लिए अपने आप को उसमे धकेलता हैं। मतलब उस इंसान के साथ हर दिन वही वारदात होती हैं। क्योकी उसका अवचेतन मन यह सब स्थायी रूप से सच मान लेता हैं।
4. एक गरीब आदमी दिन भर सुबह उठते ही दुनियाभर की खबरे चटनी और अचार की तरह चाटता (पढता) हैं। और फिर वह बोलता है, मेरा तो नसीब ही खराब हैं। अरे भाई तेरा तो नसीब खराब ही रहेंगा। अगर तू, हर दिन टेलीविजन देखेंगा। क्योकी आप तो देखकर सो जाते हो, पर आपका अवचेतन मन उसको हकीकत में बदलता हैं।
5. टीवी देखेने वाले लोगो की आँखे शत प्रतिशत खराब होंगी। क्योंकी टीवी देखते समय हम घण्टो तक पलक नही झपकाते। और उससे निकलने वाली किरणे आंखों को बहुत नुकसान पहुंचाती हैं।
6. यह बात सच हैं, टेक्नोलॉजी एक अच्छी चीज है पर यह टीवी की तकनीक बहुत बड़ी आबादी को गुलाम और कमजोर बना दिया है।।
7. टीवी पर आप वो सबकुछ देखते हैं, जो टीवी आपको दिखाना चाहता है। और आप अपने मोबाइल पर वो सबकुछ देखते हैं। जो आप देखना चाहते हैं।
अब आप ही सोचो कोई भी आपको कुछ भी दिखायेगा, तो आपका जीवन कैसा होगा? दो मिनट आँख बंद कर चिंतन करें।
【सलाह】:- जब भी आपको टीवी देखने का मन हो, तो एकबार वापस आकर इस पोस्ट को जरूर पढ़ लेवे। या मेरी लिखी इन बातों को आँख बंद कर कल्पना करें, की अगर मैं लगातार 5-10 साल और TV देखता हूँ, तो मुझे क्या नुकसान होंगा।
Television Addiction Se Kaise Bache
आप नीचे दिए गए साधारण और आसान नियमो का पालन करें, मुझे पूरा विश्वास है आप टीवी एडिक्शन (टीवी की लत) से बच जायेगे।
● टाइमपास तथा टीवी का सबसे बढ़िया विकल्प भारतीय वाद्य यंत्र हैं। जैसे ढोलक बजाना, मजीरा, ढपली, हारमोनियम आदि ऐसे हजारो मनोरंजन करने की स्वास्थ्यदायक चीजे हमारे देश में मौजूद हैं।
● आप कोई भी मैदान में स्पोर्ट्स गेम खेल सकते हैं। जब भी आपको टीवी की याद आये।
● आप महान लोगो के सुविचार पढ़ सकते हैं। जिनसे आपको यह है प्रेरणा मिलेंगी की जीवनभर सेलेब्रिटीज़ को नही देखना हैं, खुद को भी कुछ ऐसा काम करना है, की लोग आपको देखे। इसका उदाहरण ‘इंडिया टीवी’ के संस्थापक रजत शर्मा जी हैं।
● आप ट्रैवलिंग घूमने की आदत डालें सच बोलू तो ये तरीका सिर्फ television addiction हि नही, दुनिया के हर एडिक्सन को खत्म को खत्म करेंगा। जब हम घूमते हैं, तो बहुत आनंद की अनुभूति होती हैं। जीवन का असली आनंद आता हैं।
● अपने माता – पिता को यह पोस्ट पढ़वाकर, टीवी आज ही बेच दो। या फिर चुपचाप टीवी में कुछ तकनीकी खराबी कर दो, जिससे वो ठीक ना हो सके। 🙂 लेकिन इतना साहस करने के लिए आपमे मेरे जेसा जिगर होना चाहिए। मतलब बहुत हिम्मत वाला काम होता हैं, जब कोई व्यक्ति अपने घर का टीवी तोड़ता है।
मुझे पूरी उम्मीद हैं, आज आप ये कसम खायेंगे की आज से मैं टीवी नही देखूँगा। और अपने घर से आज ही इस टेलीविजन के डिब्बे को बाहर फेंकूँगा, अपने परिवार तथा बच्चों के बेहतर भविष्य के लिए। इस पोस्ट को अपने व्हाट्सएप और सोशल मीडिया साइट पर सभी लोगो के साथ शेयर करें ताकी वो भी टीवी देखने के नुकसान के बारे में जागरूक हो सके।
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