होम्योपैथी की चमत्कारिक दवाईयां (Useful Homeopathic Medicine In Hindi)
ये पोस्ट स्वास्थ्य के प्रति जागरूक लोगो के लिए बहुत कीमती है। इस पोस्ट में बताई गई चमत्कारिक होम्योपैथी दवाओं को एक किट बनाकर घर पर रखने से आप अपने जीवनकाल में हजारों लोगों की आपातकालीन स्थिति में जान बचा सकते हैं। आप इन सभी दवाओं को जब भी घर से बाहर किसी लंबी दूरी की यात्रा पर निकले तो हमेशा अपने बैग में रखे। आपको जरुरत ना पड़े तो क्या हुआ, किसी अन्य व्यक्ति को इसकी जरूरत हो सकती है। और घर पर रखने से आप खुद का, अपने परिवार का और अपने गली मोहल्ले वालो का भला कर सकते हो।
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सांप के काटने का इलाज ( Snake Bite Treatment At Home In Hindi )
अक्सर भारत में सांप के काटने पर यह मान लिया जाता है की इसका तुरन्त इलाज नही करवाया गया तो वह व्यक्ति मर जायेगा। लेकिन ऐसा नही होता। मैं आज आपको एक ज्ञान की बात बताने वाला हूँ।जिसको आप अपनी नोटबुक डायरी में लिख दे ताकी आपके अवचेतन मन में, यह बात अच्छी तरह से बैठ जाए।
पूरी दुनिया में सिर्फ सात प्रकार की प्रजाति वाले सांपों में ही जहर होता है
बाकी जितने भी लोग सांप काटने के बाद मरते हैं उनमें से ज्यादा लोग भय और डर के कारण मरते हैं। क्योकी हम लोगो के मन में यह छवि बनी हुई है की सांप काटते ही जहर पूरे शरीर में फैल जाता है और फिर पूरा शरीर हरा रंग का हो जाता है और अंत में मृत्यु। जबकी अधिकांश मृत लोगो को यही लक्षण तब भी होते हैं जब उनको बिना जहर वाला साँप काटता है। लेकिन ऐसा क्यों? क्योकी उसको ऊपर बताए गए कोटेशन का ध्यान नही था। दूसरी बात भारत के गांवों में ‘सर्पदंश’ का इलाज साधू-बाबा या जिनको तंत्रविद्या आती है वो लोग झाड़ू- फूंक से या मंत्रजप से कर देते हैं। लेकिन होम्योपैथी में एक ऐसी दवाई भी है जो साँप काटने पर उसके जहर को तुरन्त कम करती है।
दवाई का नाम → नाजा-200 (Naja-200)
पोटेंशी (Potency) → दो सौ इसकी पोटेंशी है।
कीमत (Price) → Rs 50/-
दवाई लेने की विधि → तीन बार (three times) दस मिनट के अंतराल में लगातार एक बुंद जीभ पर डाले। मतलब 30 मिनट में तीन बार डालनी है। पहले एक बूंद जीभ पर डाल दी, अब 10 मिनट बाद दूसरी फिर 10 मिनट बाद तीसरी।
【इस के साथ ही एक काम और कर सकते हैं】→ इसको आप दूसरा घरेलू उपाय भी बोल सकते है। शरीर के जिस अंग पर जहरीला सांप काटता है उस अंग पर सूजन ज्यादा आयेगी। आप ध्यान से देखोंगे, तो वहाँ पर दो छेद नजर आयेंगे। चलिए Step by Step समझते हैं
- बाजार से एक खाली इंजेक्शन खरीदिए
- इंजेक्शन की रीडिल को पति (ब्लेड) से काट देवे
- अब उस इंजेक्शन को पहले एक डंक पर लगाओ और इंजेक्शन को पीछे से धीरे-धीरे खींचो।
- यही ऊपर वाली विधि/प्रक्रिया दूसरे डंक पर लागू करो।
- और जबतक खून (ब्लड) निकलता है उसको निकालो। > जैसे ही आप उसका खून निकालेंगे तो उस मरीज में जागरूकता (Consciousness) आ जायेगी।
- और एक बार मरीज में जागरूकता आ गई, वह आदमी मर नही सकता। वो बच जायेगा।
बिच्छू के काटने का इलाज ( Scorpion bite homeopathy treatment in hindi )
बिच्छू नाम के जीव का नाम सुनकर या फोटो देखकर ही डर लग जाता है। तो सोचिए इसके काटने पर कितना दर्द होंगा। अक्सर ये देखा गया है और मेरा इस विचार पर व्यक्तिगत अनुभव भी रहा है की बिच्छू प्रायः बारिश के मौसम में ही आते है। बरहाल, अब इसकी होम्योपैथी की दवा पर बात करते हैं जो बिच्छू के जहर को तुरंत कम करने में मदद करती है।
दवाई का नाम → सिलिसिआ-200 (Silicea-200)
पोटेंशी (Potency) → दो सौ इसकी पोटेंशी है।
कीमत (Price) → Rs. 100/-
[अपने शहर में होम्योपैथी की दुकान से खरीदे सस्ती पड़ेगी]
दवाई लेने की विधि – तीन बार (three times) 20-20 मिनट का अंतराल (गैप), एक बूंद जीभ पर डालनी है। मतलब एक घण्टे में तीन बार हर बीस मिनट बाद एक बूंद जीभ पर डाले।
सिलिसिआ दवाई का अन्य रोगों में प्रयोग (Benefits of Silicea 200 homeopathy medicine in Hindi)
यह सिलिसिआ बहुत अद्भुत और चमत्कारिक दवाई है। वो सारी चीजें जिसकी शरीर को जरूरत नहीं है। जिसे अंग्रेजी में (unwanted things) कहते हैं। यदि वो चीज शरीर के किसी भी अंग में घुस गई है या फँस गई है तो उन सारी चीजों को ये सिलिसिआ-200 दवाई बाहर निकाल देती है।
उदाहरण (Example) : – सिलाई करने की सुई चुभना, मधुमक्खी का काटना, कांटे का अंदर चले जाना। किसी को अगर बंदूक की गोली लग जाती है उस गोली को भी ये दवा बाहर निकाल देती है। दुनिया के सभी देशों के सैनिक (फौजी) हर समय यह दवाई अपने पास रखते हैं।
पेट साफ नही होना – किसी व्यक्ति को पांच-दस दिन से संडास नही लग रही है। तो सिलिसिआ (Silicea-200) दवाई को एक बूंद जीभ पर डाल दे। 10-15 मिनट के अंदर पूरा पेट खाली हो जायेगा।
कैंसर मरीज के लिए भी ‘सिलिसिआ होम्योपैथिक मेडिसिन’ लाभकारी है- कैंसर रोगी का जो एलोपैथिक खरतनाक उपचार चलता है इससे उसकी बडी आंत बंद हो जाती है जिससे उसको संडास जाने में बहुत ज्यादा दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
【नोट】- हर दवाई खरीदते समय पोटेंशी का ध्यान रखें। 200 & 500 दोनो उपलब्ध होती है। आपको जो बताई है वो ही खरीदे।
कुत्ते के काटने का इलाज ( Dog bite treatment in hindi )
मुझे ऐसा लग रहा है जितने भी लोग इस पोस्ट को पढ़ रहे हैं उनमें से 90% लोगो को बचपन में कुत्ते ने जरूर काटा होंगा। और उसके बाद आपने एलोपैथी के दर्दनाक चौदह इंजेक्शन अपने पिछवाड़े में ठुकवाये होंगे। कैसा होता आप उस समय होम्योपैथी चिकित्सक के पास जाते या आपको इस दवाई के बारे में मालूम होता जिसमें बिना दर्द के कुत्ते के काटने पर फैलने वाले जहर को एक घण्टे के भीतर उतारा जा सकता है। खैर, इस अंग्रेजी हिंसक चिकित्सा का शिकार मैं भी हो चुका हूँ। लेकिन आज जो आपको स्वास्थ्य ज्ञान मिलने वाला है उसमें आप बहुत आसानी से कुत्ते के काटने का इलाज घर पर ही एक होम्योपैथी दवा के माध्यम से कर सकते हैं।
दवाई का नाम → हाइड्रोफोबिनियम -200 (Hydrophobinum -200)
पोटेंशी (Potency) → दो सौ इसकी पोटेंशी है।
कीमत (Price) → Rs. 80/-
दवाई लेने की विधि → तीन बार, आधे-आधे घण्टे का अंतराल। मतलब डेढ़ घंटे में तीन बार देनी है।
इसका नियम – जितनी जल्दी दवाई आदमी की जीभ पर डालोंगे, उतना ज्यादा अच्छा। मतलब अभी-अभी (Just Now) कुत्ते ने काटा तो तुंरत डाल दीजिए। दूसरी बात: अगर आपको पता चले, कि किसी व्यक्ति को कुत्ते के काटे हुए दो दिन हो गए है। उसके ऊपर भी इस दवा का प्रयोग करना है।
प्रश्न).हाइड्रोफोबिनियम -200 दवा देने के बाद कब तक ठीक हो जायेगा?
उत्तर- एक दिन के अंदर मरीज का घाव भर जायेगा। बस दवाई देने के बाद मरीज को यह बात बोलिये की “अभी आप भूल जाए की आपको किसी कुत्ते ने काटा है। अगर ज्यादा पुराना मरीज है तो उसे एक बूंद सुबह, दोपहर और शाम के समय अवधि में दे। ध्यान रखें बच्चो के लिए नियम अलग है निम्नलिखित पैराग्राफ देखे।
बच्चो को अगर कुत्ते ने काट दिया तो? (Child dog bite treatment )
- एक चौथाई पानी (1/4) में सिर्फ एक बूंद हाइड्रोफोबिनियम दवाई डाल दीजिए।
- और वो पानी दो-दो चम्मच उसी आधे घण्टे के अंतराल में उस बच्चे को पिलाना।
- एक चौथाई पानी मतलब 1 कप पानी का चौथा भाग।
हाइड्रोफोबिनियम -200 दवा का अन्य रोगों में प्रयोग (Benefits of hydrophobinum homeopathy medicine in Hindi)
यह मेडिसिन चूहा या बिल्ली काट दे, तो भी काम आती है।
पथरी को ठीक करने के लिए होम्योपैथी दवा [Stone Treatment By Rajiv Dixit]
राजीव दीक्षित जी स्वदेशी के प्रणेता और एक महान समाज सुधारक इंसान थे। यदि छोटी पथरी है तो ज्यादा घबराने की जरूरत नही है क्योकी थोड़ी बहुत पथरी हर व्यक्ति के शरीर में रहती है। लेकिन पथरी के कारण आपको दर्द हो रहा है और इसका आकार (साइज) बड़ी है तो इसके लिए होम्योपैथी में रामबाण दवा है।
दवाई का नाम → बलगेरिस वलगेरिस मदर टिंचर
Medicine Name → (Berberis-Vulgeris mother teancher)
दवाई लेने की विधि → 15 बूंदे एक चौथाई गुनगुना पानी में दिन में तीन से चार बार पीना। दो महीने लगातार लेना।
[विशेष] → इसको करने के दो महीने के बाद सोनियोग्राफी करवा दीजिये। फिर आपको पता चल जायेगा की कितना फर्क है।
→ पथरी टूट जाने के बाद क्या करे?
दवा का नाम – चाइना-1000 (China-1000)
को दिन में तीन बार, एक-एक बूंद जीभ पर डालना हैं। इसके बाद भविष्य में कभी पथरी नही होंगी।
शरीर में किसी भी जगह पर गहरी चोट लगने का इलाज (लोहे की लग जाए तो क्या करना चाहिए?
आज मै आपको tetanus injetion alternative बताने वाला हूँ। जिसको T.T ka injection भी कहते हैं। अगर लोहे (आयरन) की शरीर के किसी भी हिस्से पर चोट लग जाये तो कोई भी टीटी इंजेक्शन व एलोपैथी उपचार करने की जरूरत नही है। उसकी जगह होम्योपैथी की निम्न दवा का प्रयोग करे।
दवाई का नाम → हाईपेरिकम-200 (Hypericum-200)
पोटेंशी (Potency) → दो सौ इसकी पोटेंशी है।
दवाई लेने की विधि → दिन में दो बार एक बूंद जीभ पर डाल देना।
इस तरह आपने आज चमत्कारिक होम्योपैथी दवाइयों ( Most useful homeopathy medicine in hindi) के बारे में जानकारी प्राप्त की। अपने सवाल/सुझाव/विचार नीचे ब्लॉग कॉमेंट बॉक्स में लिखे। इस पोस्ट के स्क्रीनशॉट लेकर सोशल मीडिया पर शेयर कीजिए। ज्यादा से ज्यादा अच्छे ज्ञान को लोगो तक पहुचाकर प्रकृति के नियम का लाभ उठावे।
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