एल्युमिनियम के बारे में सम्पूर्ण जानकारी हिंदी में | Aluminium in Hindi

Aluminium Me Khana Khane Ke Nuksan?

आज एल्यूमीनियम  के बर्तन हर घर में फैशन की तरह उपयोग हो रहे हैं। प्रेशर कुकर से लेकर सब्जी बनाने की कड़ाई तक, छोटा हो या बड़ा बर्तन हर बर्तन लोग एल्युमिनियम के ही खरीदना पसन्द करते हैं। और आज एल्यूमीनियम के बर्तन  बनाने वाली कंपनियों का उद्योग भी बहुत ज्यादा पैसा कमा रहा हैं। उसका एक कारण यह हैं, की यह एक दुनिया का सबसे सस्ता धातु (raw material) हैं। आज यह पोस्ट आपको सारे काम छोड़कर आराम से पढ़नी चाहिए, क्योकी इस पोस्ट को पढ़ने के बाद आप, 10 से ज्यादा बीमारियों से बच जाओंगे।

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भारत देश में एल्यूमीनियम के बर्तन कब आए? (aluminium history in india)

आपको इस बात का हमेशा स्मरण रहना चाहिए, की इस देश में सिर्फ मिटी के ही बर्तन उपयोग होते थे। जब अंग्रेज इस देश में आये, उन्होंने सबसे पहले एल्यूमीनियम के बर्तन को भारत में उतारा। एल्युमिनियम बर्तन के कांसेप्ट को भारत में लाने का एक ही मकसद था। जैल के कैदियों को धीमा जहर देकर मारना या उनको किसी भी तरह बीमार करना। आपको यह बात अच्छी तरह से पता होनी चाहिए, ब्रिटिश हुकूमत के समय जेल में बंद सारे कैदी भारत के क्रांतिकारी लोग थे। मतलब वो लोग जो भारत की आजादी के लिए लड़ रहे थे। अंग्रेज सीधा तो उनको मार नही सकते। ऐसे में अंग्रेज उनको अल्युमिनियम के बर्तन में भोजन पकाकर देते थे। और आज दुःख की बात यह है, की अंग्रेज तो चले गए, पर आज भी पूरा देश अंग्रेजों का गुलाम हैं। इसका सीधा उदहारण आप एल्यूमीनियम  बर्तन के रूप में देख सकते हैं। आज आप चाहे शादी में जाओ, तो वहाँ पर सारे बड़े-बड़े भोजन बनाने के बर्तन एल्यूमीनियम के ही दिखेंगे। आज आप अमीर, गरीब व मध्यम वर्ग किसी के भी घर में चले जाओ एक तो बर्तन आपको एल्युमिनियम का जरूर दिखेंगा।

एल्युमीनियम के बर्तन में बना भोजन खाने के नुकसान (are aluminium pots bad for your health)

नुकसान बताने से पहले एक बात बताना चाहता हूँ, इस एल्यूमीनियम के बर्तन का सबसे ज्यादा प्रभाव देश के गरीब लोगों पर पड़ा हैं। क्योकी इनके पास पैसे कम होते हैं, तो ये सीधे एल्युमीनियम के बर्तन ही खरीदते हैं। और बाकी बचा अन्य वर्ग स्वास्थ्य ज्ञान ना होने की वजह से अनजाने में सीधा एल्युमिनियम ही खरीदता हैं। एल्युमिनियम इस दुनिया का सबसे खराब कच्चा धातु हैं। एलुमिनियम बर्तन में भोजन बनाने के नुक्सान ;-

1. डायबिटीज (शूगर) :-  एल्युमीनियम के बर्तन में बना भोजन खाने वाले लोगो को शत प्रतिशत डायबिटीज शूगर होना ही होना है।

2. Asthma (दमा) :- यह बीमारी भी एल्युमीनियम के बर्तन में बना भोजन खाने से होती हैं।

3. टीबी (Tuberculosis) :- TB होने की शत प्रतिशत संभावना है अगर आप हर रोज एल्युमिनियम में बना भोजन खाते हो तो।

4. इसके अलावा घुटनो का दर्द इत्यादि।

5. राजीव दीक्षित जी ने जब वैज्ञानिकों से इसके बारे में बात की तो, रिसर्च करके वैज्ञानिकों ने
एल्युमिनियम को सबसे खराब मेटेटियल बताया।

6. दुःख की बात यह हैं, आज भी भरतीय जेलों में यह नियम है, की भोजन एल्युमिनियम में ही दिया जायेगा।

【नोट】:-यह सारी बाते स्वदेशी के प्रणेता और भारत के महान समाज सुधारक राजीव दीक्षित जी ने बताई हैं। नीचे की पोस्ट पर क्लिक करके आप उनके बारे में पढ़ सकते हैं।

खाना किस बर्तन में बनाना चाहिए? which pot is good for cooking in Hindi

1. मिट्टी के बर्तन :– भारत के ऋषि- मुनियों से लेकर आपके दादा, परदादा वह सारे हमारे पुराने लोग मिट्टी के बर्तन में भोजन पकाकर ही खाते थे। तभी तो वे इतने स्वस्थ थे।

मिट्टी के बर्तन के लाभः 

● हमेशा मिट्टी के बर्तन ( हांडी ) में दाल, चावल व खिचड़ी पकाये। इससे इन सब की पोषणता बनी रहेगी।

● प्रेशर कुकर में हम जब दाल पकाते है, तो 90% पोषणता उसकी खत्म हो जाती हैं।

● मिट्टी की हांडी (Handi) में बनी कोई भी खाने योग्य चीजें खाने से, कई बीमारियां खत्म होती हैं।

● मिट्टी के बर्तन  बहुत ज्यादा सस्ते होते हैं, और बहुत ज्यादा फायदा पहुंचाते हैं।

● mitti ke bartan me bane bhojan karne से हमारे शरीर को सभी आवश्यक माइक्रो न्यूट्रीशन ( पोषक तत्व) मिल जाते हैं।

2.  एल्युमिनियम के बर्तन – इसके सारे नुकसान बता चुका हूँ। फायदा एक भी नहीं हैं।

3. स्टील के बर्तन – स्टील के बर्तन  में खाना पकाने का नुकसान भी नही हैं औऱ फायदा भी नही हैं। आप चाहो तो steel ke bartan me बना सकते हो।

4. लोहे के बर्तन :-लोहै का बर्तन दूसरे नम्बर पर आता हैं। इससे हमें जंक (iron) मिलता हैं।

एल्युमिनियम के बारे में आपके सवाल मेरे जवाब FAQ

ALM के बारे में महत्वपूर्ण सवालो के जवाब जानिए।

एल्युमिनियम फॉयल पेपर में पैक खाना खाने के नुकसान aluminium foil ke nuksan

भारत में माता-पिता सुबह उठते ही स्कूल के लिए अपने बच्चो के लिए टिफिन पैक करते हैं तो उसमें रोटी को पैक करने के लिए एल्युमिनियम फॉयल पेपर का उपयोग करते हैं। इसके अलावा भारत के होटल रेस्टोरेंट में भी कुछ भी खाने की वस्तु को इस हानिकारक एल्युमिनियम फॉयल पेपर में ही पैक करते हैं।

  • बच्चो में चिड़चिड़ापन आता है।
  • किडनी संबंधित रोग हो सकते हैं।
  • सांस लेने में दिक्कत होती है।
  • शूगर की बीमारी होती है।

aluminium ke bartan kaise saaf karen

अल्युमिनियम के बर्तन इसलिए साफ नही होते क्योकी ये दुनिया का सबसे घटिया मेटेरियल है। अब यदि आप बार बार इसे विभिन्न प्रकार के टिप्स एंड ट्रिक्स और तरीको से साफ करने की कोशिश करेंगे तो आपकप ही नुकसान होंगा।

एलुमिनियम को हिंदी में क्या कहते हैं

उत्तर – अल्युमिनियम एक हिंदी शब्द ही है। जिसे अंग्रेजी में अल्युमिनियम कहा जाता है।

aluminium Facts information in hindi

  1.  भारत में एल्युमिनियम का व्यापार अरबो रूपये का है।
  2. जितना पैसा भारत के बिजनेसमैन को एल्युमिनियम के बर्तन बेचकर होता है उससे दोगुना आय दरवाजे बनाने के व्यापार में होता है।
  3. अंग्रेजों के आने से पहले भारत में कोई भी व्यक्ति अल्युमिनियम को नही जानता था। ये एक कटु सत्य है।
  4. राजस्थान हो या शेष भारत हर जगह पर शादी उत्सव में खाना पकाने के बर्तन इसी मेटल के बने हुए हैं।
  5. एल्यूमीनियम का उपयोग एयरोस्पेस एल्यूमीनियम विमान में, धड़ फ्रेम, गर्डरों, रोटर, प्रोपेलर, मेलबॉक्स, साइडिंग और लैंडिंग गियर अकड़, साथ ही रॉकेट फोर्जिंग, अंतरिक्ष यान साइडिंग आदि बनाने के लिए प्रयोग किया जाता है ।

aluminium ke fayde (aluminium uses in hindi)

एल्युमिनियम का सबसे बड़ा फायदा यही है की आप इसे घर के दरवाजे, खिड़की, पानी की बाल्टी, ऑफिस का दरवाजा, सीढियों के दरवाजे, बाथरूम के दरवाजे बनाने के लिए सही है। एल्युमिनियम धातु से बने ये उत्पाद लंबे समय तक चलते हैं और खराब भी नहीं होते। एल्युमिनियम को सिर्फ शरीर के अंदर नही जाने देना है बाकी शरीर से बाहर आप किसी भी वस्तुके उपयोग के लिए इसे इस्तेमाल कर सकते हो। उदाहरण के लिए मेरे घर का बाथरूम का दरवाजा, मेरे ऑफिस का दरवाजा और नहाने की बाल्टी बकेट अल्युमिनियम धातु से ही बनी हुई है। ये पिछले एक दशक (10 वर्षो में) से बिना कोई परेशानी चल रहे हैं।

एलुमिनियम का क्या रेट है (1 kg aluminum price in india in hindi)

भारत में अल्युमिनियम 210/- रूपये किलो बिकता है इसकी कीमत अंतरराष्ट्रीय मानदण्डों पर आधारित होती है जैसे ही अमेरिकन डॉलर में उछाल आता है वैसे ही भारत में एल्युमिनियम की प्रति किलो भाव बढ़ जाता है।

कबाड़ में एलुमिनियम किस भाव में बिकता है?

इंटरनेट पर कुछ न्यूज वेबसाइट में एलुमिनियम कबाड़ रेट के बारे में गलत जानकारी दी गई है। वास्तविक रूप में देखे तो लोहा और ताम्बा से कम पैसा अल्युमिनियम के कबाड़ में मिलता है। 30 से 50 रुपये किलो एल्युमिनियम के भंगार कबाड़ की कीमत है

आज आपने अल्युमिनियम क्या है इसके फायदे और नुकसान तथा इतिहास के बारे में सम्पूर्ण जानकारी प्राप्त की। इस पोस्ट को सभी लोगो के साथ शेयर करें। हम सभी भारतीयों को मिलकर फिर से अपने ऋषि-मुनियों के प्राचीन भारत का निर्माण करना है। अंग्रेजों के बनाए सभी नियमों को तोड़ना है।

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