Assam me kitne jile hai?
वर्तमान सन् 2023 में असम राज्य के कुल जिलों की संख्या 34 हैं। असम को भारत के कुछ लोग ‘आसाम’ नाम से भी संबोधित करते हैं। ऑफिशियल सरकारी सूचना के अनुसार बाजली (Bajali) असम राज्य का चौतीसवां (३४) जिला बना दिया गया है आज आप असम के सभी जिले के नाम वह उनकी क्या विशेषता है, उसके बारे में संक्षिप्त परिचय पढ़ेंगे।
1. बक्सा [ Baksa ]
बक्सा जिले की जनसंख्या 9 लाख 53 हजार है, 2011 के अनुसार। इस जिले की मुख्य भाषाएँ असमिया और बोडो हैं। बक्सा जिले का उपयोग भूटानी राजा और प्रजा व्यापार मार्ग के लिए करते थे। बक्सा को वहाँ के लोग ‘बैगा’ भी बोलते हैं। बक्सा डिस्ट्रिक्ट के आदिवासी जाती की वेशभूषा, संस्कृति और विभिन्न उत्सव देखने को मिलेंगे। पर्यटन में मानस नेशनल पार्क विश्व प्रसिद्ध हैं, यूनेस्को ने इसे विश्व धरोहर में शामिल किया है। इसके अलावा नजदीक में और भी बहुत सारी अच्छी देखने लायक की जगह है।
2. बरपेटा [ Barpeta ]
बरपेटा जिला भारत देश की वैष्णव जाती का मुख्य गढ़ माना जाता हैं। जंगली जानवरों को और जंगलों को देखने के लिए पूरे देश से पर्यटक यहां आते हैं। यहाँ पर आप नोकायन भी कर सकते हैं। बरपेटा सत्तरा उत्सव वैष्णवो द्वारा मनाया जाता हैं। चीनपाड़ा विथी, सुन्दरीदिया सत्तरा, पातभौसी सत्तरा, सैय्यद शाहनूर सूफी, गोरोखिया गोसेर थान आदि देखने व घूमने योग्य स्थल है।
3. बिस्वनाथ [Biswanath]
बिस्वनाथ जिले का बिस्वनाथ मंदिर, इसी नाम का घाट, नदी आदि प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है। यहाँ के घाट का दृश्य अति सुंदर है। इसके अलावा
नागसेनकर मंदिर, मां कल्याणी टेम्पल नोमारा पिकनिक प्लेस वह मोनाबारी टी एस्टेट ये भी पर्यटकों का आकर्षण का केंद्र हैं। 15 अगस्त 2015 को बिस्वनाथ जिला असम का गठन किया गया। यह जिला अतीत में चुटिया साम्राज्य (chutiya Kingdom ) के अधीन था। जिले में 9 रेलवे स्टेशन बने हुए हैं।
4. बंगाईगाँव [ Bongaigaon ]
बंगाईगाँव जिले को वहाँ के लोकल लोग असमिया जिला बोलते हैं। प्रकृति की गोद में बसा भूमेश्वर पर्वत काफी मन को शांति देने वाला है। इसके अलावा कोया-कोज्या और राजभरी भी टूरिस्ट प्लेस हैं।
5. काछार [ Cachar ]
काछार जिला अपनी जैविक अन्नानास (पाइनेपल) की खेती के लिए मशहूर हैं। अंग्रेजो ने इस जिले पर काफी अत्याचार किया था और यहाँ के राजाओं को साजिश के जरिए मारा। स्लिचर शहर (कछार जिले) में एयरपोर्ट की सुविधा भी है। बारो द्वारी खसपुर, बांस की लकड़ी से बना पूल बैन्क नदी व Kachari किला आदि देखने योग्य स्थल है। कुछ अन्य प्रसिद्ध जगहे;-
● बरम बाबा मंदिर
● भुवन पहर
● कुंभा टी एस्टेट
● रामकृष्ण मिशन सेवाश्रम
● इस्कॉन मंदिर
● सत्संग आश्रम
6. चराईदेव [ Charaideo ]
चराईदेव जिले का नाम का मतलब है – ‘ पहाड़ियों पर चमकता शहर’ चराईदेव फेस्टिवल, चराईदेव मैदाम आदि प्रसिद्ध जगह है।
7. चिरांग [ Chirang ]
चिरांग जिला के अंदर मौजूद वनस्पति, फूल, प्राकृतिक वन संपदा इस जिले को मानव के लिए एक महत्वपूर्ण जिला बनाती है। मानस नेशनल पार्क यहाँ की एकमात्र अच्छी घूमने की जगह है साथ ही दविजिंग फेस्टिवल भी धूमधाम से मनाया जाता हैं।
8. दरंग [ Darrang ]
दरंग जिले के नजदीक ही भूटान देश हैं, और पास में डाफला पहाड़िया हैं। ब्रह्मपुत्र नदी होने के कारण यहाँ के लोगो को व्यापार करने में आसनी होती हैं। धान, सरसो, राई व जूट आदि की भारी मात्रा में फसल होती हैं। तिब्बत की राजधानी शहर जाने के लिए यहाँ से कम दूरी में सरल मार्ग बना हुआ है। गांधी स्मृति पार्क, ओरंग नेशनल पार्क, ब्रह्पुत्र नदी में बोटिंग, मुस्लिम तीर्थ स्थल व कामाक्षी देवालय महत्वपूर्ण स्थान है।
9. धेमाजी [ Dhemaji ]
धेमाजी जिला 12 वी शताब्दी में चुटिया साम्राज्य का हिस्सा था। बरदोइबुम-बीलमुख वन्यजीव अभ्यारण यहाँ का पर्यटन स्थल है।
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10. धुबरी [ Dhubri ]
धुबरी जिले की जनसंख्या 19 लाख हैं। वही धुबरी में हिन्दू, मुस्लिम और सिख धर्म के पवित्र स्थान भी बने हुए हैं;- श्री गुरु तेग बहादुर साहीबजी का गुरुद्वारा, महापुरुष श्रीमंत शंकर देव समाधि खेत मधुपुर सत धाम, नेतई धुबुनिर घाट, पनबरी मस्जिद आदि।
11. डिब्रूगढ़ [ Dibrugarh ]
डिब्रूगढ़ जिले का बोगीबील ब्रिज बहुत प्रसिद्ध हैं। डिब्रूगढ़ नाम अहोम-चूटिया युद्ध के एक स्मारक से लिया गया है। यहाँ की आर्थिक व्यवस्था का दारोमदार तेल की फैक्टरीया, चाय की खेती, चावल की खेती, माइनिंग वह कोयले के कारखानों से चलती हैं।
12. डिमा हासाओ [ Dima Hasao ]
डिमा हासाओ जिले का पुराना नाम उत्तर कछर ज़िला ( (North Cachar Hills) था। बरेल पर्वत श्रृंखला, हेफलोंग में असम का एकमात्र हिल स्टेशन आदि प्रसिद्ध हैं। इसे उत्तर पूर्वी भारत का स्विचरलेण्ड भी कहते हैं।
13. गोलपाड़ा [ Goalpara ]
गोलपाड़ा जिले का उपनाम रघुनाथ हैं। इस जिले में छः मुख्य भाषाएँ बोली जाती हैं। श्री सूर्य पहर पुरातत्व स्थल भारत के तीन धर्म जैन, हिन्दू वह बौद्ध धर्म को दर्शाता है। इसके अलावा दादन हिल, पीर मजहर, हुलुकंडा पहाड़ी, श्री तुकारेश्वरी पहाड़ी, बर्बहिता में पगलार्टेक बाबा और अगिया के उरोपोड़ बील गोलपाड़ा जिले में घूमने की जगह है।
14. गोलाघाट [ Golaghat ]
असम के लोग कहते हैं, की गोलाघाट जिला राजस्थान के मारवाड़ी लोगो का जिला है। मारवाड़ी लोग पूरे भारत में बिजनेस के लिए जाने जाते हैं। वह इस जिले में भारत का वह दुनिया का विख्यात जंगली गैंडों का ‘ काजीरंगा नेशनल पार्क ‘ यही पर मौजूद हैं। अगर अपने गैंडे सिर्फ टीवी में ही देखे हैं, और हकीकत में देखने की इच्छा है, तो आप कांजीरंगा पार्क में चले जाए।
15. हाईलाकांदी [ Hailakandi ]
हाईलाकांदी जिला असम राज्य का 33 वां नवनिर्वाचित जिला हैं। इस जिले के लोग हिंदी, बंगाली, भोजपुरी, त्रिपुरी, मणिपुरी व अन्य क्षेत्रीय भाषा बोलते हैं। अब्दुल मतलिब मजूमदार हाईलाकांदी के स्वतंत्रता सेनानी है।
16. होजई [ Hojai ]
होजई जिले का गठन 15 अगस्त 2015 को हुआ। तीनो जिलों के थोड़े थोड़े शहरों और गांवो को लेकर यह जिला बनाया गया। देखने लायक 9 वी शताब्दी में बना राजभरी पुरातात्विक जगह है।
17. जोरहाट [Jorhat]
जोरहाट जिला असम राज्य के मुख्य शहरों में से एक है। यह जिला अहोम साम्राज्य की राजधानी थी। जोरहाट जिले में सूती कपड़ा, ऊनी, रेशम, कृत्रिम धागे पर आधारित कपड़े, तैयार वस्त्र, कढ़ाई, लकड़ी पर आधारित फर्नीचर, रबर, प्लास्टिक और पेट्रो आदि औधोगिक कार्य होते हैं। जोरहट को असम की सांस्कृतिक राजधानी भी कहा जाता है। क्योकी इस जिले ने कही ऐतिहासिक संगीतकार, इतिहासकार, पत्रकार व साहित्यकार देश और असम को तैयार करके दिये। वही ढेयाखोवा बोरनामघर, बुरही गोसांई देवलया, बोरबेटी थान, गराखिया डोल, मोइनपोरिया, नामघर, बुद्ध विहार जैसे अनेक ऎतिहासिक धार्मिक स्थल मौजूद हैं। हुलॉन्गापार गिब्बन अभयारण्य में आप अजीब तरीके के बंदर देखोंगे वह इस अभ्यारण के पास चायपति की खेती भी देख सकेंगे।
18. कामरूप [ Kamrup ]
कामरूप जिले में देखने लायक जगहों का नाम इस प्रकार है;-
● चंदूबी झील
● हयग्रीव माधव मंदिर
● भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) गुवाहाटी
● हाजो का माधब मंदिर
● Poa Mucca, Hajo
● मदन कामदेव मंदिर
19. कामरूप मेट्रो [Kamrup Metro]
कामरूप मेट्रो जिले को असम में ‘मेट्रोपोलिटन’ भी कहते हैं। 3 फरवरी, 2003 को इस जिले का गठन हुआ। घूमने लायक जगहों का नाम;-
● मां कामाख्या टेम्पल
● सरायघाट पुल
● ज़ूलॉजिकल गार्डन
● उमानंद मंदिर
● असम स्टेट म्यूजियम
● वशिष्ठ ऋषि का आश्रम
● सुकरेश्वर टेम्पल
● श्रीमंत शंकरदेव कालक्षेत्र
और भी ढेरो घूमने की जगह हैं, कामरूप मेट्रो जिले में और उसके आसपास एरिया में।
20. कार्बी आंगलोंग [Karbi Anglong]
कार्बी आंगलोंग जिला अपनी जिंजर अदरक की कृषि निर्यात के लिए प्रसिद्ध हैं। यहाँ पर अदरक औषधि की पैदावार ज्यादा होती हैं वही यह एक पहाड़ी इलाका होने की वजह से यहाँ पर खनिज संपदा भरपूर मात्रा हैं। पर्यटन की दृष्टि से;-
● Kasa Stadium, diphu
● Langkovku waterfall, Manja
● Kangthi झरना
● Tokolangso झरना
● स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स दिफू
● विभिन प्रकार के स्वदेशी फूल
21. करीमगंज [Karimganj]
करीमगंज जिला एक कृषि प्रदान जिला है। यहाँ पर सबकुच आपको पुराना-पुराना दिखेंगा। सुतारकंडी अंतरराष्ट्रीय बॉर्डर जो बांग्लादेश से लगता है वह करीमगंज में ही स्थित हैं।
22. कोकराझार [ Kokrajhar ]
कोकराझार असम राज्य का एक बोडो जनजाति का जिला है। पर्यटक स्थलों की सूची;-
● चक्रशिला वन्यजीव अभयारण्य i
● महामाया स्नघाट मंदिर वह काली माता मंदिर।
● सरलापार भूटान बॉर्डर के नजदीक एक जगह है, जो पर्यटकों का ध्यान खींचती है।
23. लखीमपुर [Lakhimpur ]
इतिहासकार बताते हैं, कि लखीमपुर नाम की उत्पत्ति लक्ष्मी शब्द से हुई है, जो समृद्धि की देवी हैं। लखीमपुर जिला मुख्य रूप से कृषि और धान पर निर्भर है। इस जिले की सवसे बडी विशेषता यह है, की यहाँ पर कृषि उत्पादन बिना किसी कृत्रिम खाद के उपजती है। इस जिले में चार नदिया हैं। जंगल भी बहुतायत में है।
24. माजुली [Majuli]
सत्ताइस जून 2016 को माजुली जिले का गठन हुआ। यहाँ का मुख्य उद्योग कृषि है, जिसमें धान प्रमुख फसल है। माजुली की समृद्ध और पुरानी कृषि परंपरा है, जिसमें 100 किस्म के चावल उगाए जाते हैं, वो बिना किसी यूरिया खाद या स्प्रे का छिड़काव किये बिना जो एक बहुत बड़ी बात हैं।
25. मरिगाँव [Morigaon]
मरिगाँव जिले को वहाँ के स्थानीय लोग ‘मोरिगाँव’ भी कहते हैं। आप हडुक हैंगिंग ब्रिज वह हाथी की सवारी जैसी गतिविधियो का पोबितोरा वन्यजीव अभयारण्य में आंनद ले सकते हैं।
26. नगाँव【Nagaon]
नगाँव जिला पर अतीत में बर्मी और ब्रिटिश साम्राज्य के लोगो ने राज किया था। लेकिन आज भी ‘नगाँव’ अपनी संस्कृति और पर्यटन के लिहाज से असम ही नही अपितु पूरे देश में प्रसिद्ध हैं।
नगाँव में भ्रमण यात्रा हेतु स्थान;-
● चम्पावती कुंड
● बोरदोवा
● त्रिशूलधारी मंदिर आदि।
27. नलबाड़ी [ Nalbari ]
नलबाड़ी जिला मुख्य रूप से एक धार्मिक स्थल है, जहाँ पर हरि मंदिर, प्रसिद्ध बिलेश्वर देवालय, Ballilecha श्री श्री काली देवालय, बासुदेव देवालय, गंगा पुखरी, थेठा गोहेन थान जेसी अतिप्राचीन धार्मिक स्थल बने हुए हैं।
28. शिवसागर [ Sivasagar ]
शिवसागर जिला में चाय, चावल, रेशम, सरसों व लकड़ी का उत्पादन होता है। शिवसागर असम के सबसे साफ सुथरा व विचित्र शहर हैं। यहाँ की जैव विविधता, रंग घर पुरातत्व चबूतरा, अहोम राजा का पैलेस, पाणि दीहिंग वन्यजीव अभयारण्य आदि घूमने की जगह है।
29. शोणितपुर [ Sonitpur ]
शोणितपुर जिला को सोनितपुर भी बोलते हैं। जिले में अर्ध-सदाबहार वन, नम पर्णपाती वन और बांस के जंगल हैं, आर्थिक और पर्यटन के क्षेत्र में विकास की कमी है।
30. दक्षिण सलमारा [South Salamara-Mankachar]
दक्षिण सलमारा जिले को अंग्रेजी में दक्षिण सलामारा-मनकाचर नाम से भी लिखा जाता हैं। असमी और बंगला संस्कृति आपको यहाँ पर देखने को मिलेंगी।
31. तिनसुकिया [Tinsukia]
तिनसुकिया जिला मध्यकाल के दौरान वर्तमान जिले का क्षेत्र चुटिया साम्राज्य का अभिन्न अंग था
तिनसुकिया असम का एक औद्योगिक जिला है इसके साथ ही यहाँ पर अदरक, नारंगी, चायपति वह चावल की खेती की जाती हैं। तिनसुकिया में पर्यटन घूमने फिरने की जगह का नाम;-
● तिलिंगा मोंदिर
● डिब्रू-साइखोवा नेशनल पार्क
● दिगबोई
● राष्ट्रीय तेल पार्क
● जापान युद्ध कब्रिस्तान
● मार्गेरिटा पिकनिक स्पॉट
32. उदलगुड़ी [Udalguri]
उदलगुरी नाम, उदल वृक्ष के नाम से लिया गया हैं। 14जून, 2004 को उदलगुड़ी जिले का गठन हुआ था। पर्यटक स्थलों की सूची;-
● ओडलगुरी जिले में बथौ मंदिर और अनुसंधान केंद्र
● उदलगुरी टाउन में पुराना नामघर (असमी पूजा स्थल)
● उदलगुरी टाउन में पुराना हनुमान मंदिर
● उदलगुरी टाउन में पुराना बैपटिस्ट क्रिश्चियन चर्च
● भैरकुंडा पिकनिक स्पॉट
● गेथसमेन मानव निर्मित वन (भैरकुंड)
● बरनोडी वन्यजीव अभयारण्य
33. पश्चिम करबी आंगलोंग [ West Karbi Anglong ]
पश्चिम करबी आंगलोंग जिला को सितंबर महीने में अत्यधिक वर्षा का रिकॉर्ड दर्ज हैं। सड़क मार्ग की अच्छी सुविधा हैं। बैथलंगसो में पहाड़ियो का सुंदर दृश्य देख सकते है।
34. बाजली जिला Bajali District
नवीनतम आधिकारिक जानकारी के अनुसार बाजली, असम राज्य का 34 वां जिला घोषित किया गया। पहले बाजली के उपमंडल था।
मुझे उम्मीद हैं, आपको असम राज्य के बारे में वह उसके सभी जिलों के बारे में दी गईं जानकारी काम आयेगी। सभी असमवासियो व भारत के लोगो के साथ यह पोस्ट साझा जरूर करें।
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