Body All Parts Name in Hindi – शरीर के सभी अंगों के नाम

Body Parts Name In Hindi And English?

आज मैं आपको एक महत्वपूर्ण विषय के बारे कुछ बताऊंगा, हर इंसान को अपने शरीर के अंगों के बारे में जानकारी होनी आवश्यक है क्योकी जानवर ये नही सोच सकते हैं या कही से यह ज्ञान प्राप्त नही कर सकते हैं, की उनके शरीर में भगवान ने क्या-क्या पार्ट्स अंग लगाकर भेजा हैं, पर हम मनुष्य को वह सब सुविधा ऊपरवाले ने दे रखी है जिससे हम यह जान सके की शरीर का अंग कौनसा हैं औऱ उसका हमारे शरीर को चलाने में क्या योगदान है।

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1. दाँत Teeth

दाँत को अंग्रेजी में ‘टीथ’ कहते हैं। हमारे शरीर के मुँह में कुल 32 बत्तीस दांत होते हैं। दांतों का मुख्य काम हमारे द्वारा किये जाने वाले भोजन के ग्रास को चबाने का होता हैं। बिना दांत के आप रोटी या कोई भी ऐसा ख़ाद्य पर्दाथ जो कठोर हैं, उसे नही खा सकते। इसलिए हमेशा अपने दांतो की हिफाजत करें। हाथ से दन्तमंजन करने की आदत डालें। भोजन या कोई भी खाने-पीने की चीज खाने के बाद पानी से कुल्ला अवश्य करें। ज्यादातर लोगों के दाँत बहुत जल्दी गिर जाते हैं, अगर आप भी अपने दांतों को जीवित समय तक स्वस्थ रखना चाहते हैं या उनको जल्दी गिरने से/टूटने से बचाना चाहते हैं, तो ये नीचे दी गई पूरी पोस्ट पढे।

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2. जीभ  Tongue

जीभ को अंग्रेजी में ‘टंग’ कहते हैं। जीभ का काम हमें भोजन का स्वाद बताना है, कोई भी चीज हम खाते हैं, वो फीकी है, या मीठी या तीखी इसका पता हमे जीभ से पता चलता है। जीभ हमारे शरीर में रस, लार भी बनाता है। जो। भोजन पचाने में सहायक है। वह किसी भी शब्द को उच्चारण करने में भी जीभ का अहम योगदान रहता हैं।

3. एड़ी  Heel

एड़ी को अंग्रेजी में ‘हील’ कहते हैं। एड़ी हमारे पैरों के सबसे निचले वाले भाग में होती हैं। दोनो पैरों की एड़िया फ़टे ना इसके लिए प्रतिदिन नहाते समय वहाँ पर लगे मैल/कचरे को साफ करें। और एड़िया फट गई है तो गौमूत्र से मालिश करें। दो दिन के अंदर ठीक हो जायेगी।

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4. टखने/टखना [Ankle

टखने को इंग्लिश भाषा में ‘ एंकल’ बोलते हैं। यह बॉडी पार्ट एड़ी के ठीक उपर उभरा हुआ छोटा सा लगा होता है। यह पैरों को जोड़ने में एक जॉइंट का काम करता हैं। इसके बिना भी चलना मुश्किल है।

5. होंठ Lips

होंठ को अंग्रेजी में ‘लिप्स’ कहते हैं। हम जो कुछ भी बोलते हैं, उसका उच्चारण होठ के माध्यम से होता है। यह अंग दाँत के बाहर होता हैं।

6. पैर का निचला हिस्सा Sole

पैर के सबसे नीचे वाले हिस्से की चमड़ी को अंग्रेजी भाषा  में ‘सोल’ कहते हैं। इस हिस्से पर एक आप गजब मजाकिया एक्सपीरिमेन्ट कर सकते हैं, कुछ सेकेंड नाखून या हाथ रगड़े, जबरदस्त गुदगुदी होंगी आप हँसी नही रोक पाओंगे। हमारे चलने की क्रिया में भी शरीर के इस अंग का योगदान होता हैं।

7. Eye आँख

आँखों को इंग्लिश में ‘आईस’ बोलते हैं। आँख को शरीर का सबसे नाजुक वह महत्वपूर्ण अंग माना गया है। इसकी देखभाल करना अतिआवश्यक है। आँखों से संबंधित सभी प्रकार की समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए नीचे दी गई पोस्ट पर क्लिक करें।

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8. नाक  Nose

नाक को अंग्रेजी में ‘नोज’ बोलते हैं। नाक हमारे शरीर में किसी भी गंध को सूँघने का काम करता है। नाक के माध्यम से हमें यह पता चलता हैं, की क्या जल रहा हैं, कही से बदबू तो नही आ रही, रसोई में अभी क्या बन रहा हैं। नाक का सबसे बड़ा काम सांस लेने का होता है। अगर कुछ मिनट भी अपनी सांस रोककर रखते हों या नाक को बंद कर देते हो तो आपकी मृत्यु तक हो सकती हैं। इसलिए भूल से नाक से कोई छेड़खानी ना करें। प्रतिदिन स्वच्छ जल से नाक की सफ़ाई करें।

9. कान Ear

कान से हम सुनते हैं, किसी भी आवाज को, संगीत को, गाने को, पशु-पक्षियों की आवाज को इत्यादि हम अपने दोनों कानो से करते हैं। कान को अंग्रेजी भाषा में ‘इअर’ कहते हैं।

10. हाथ की हथेली Palm

हाथ की हथेली आपकी उंगलियों के नीचे होती हैं। इस पर कुछ रेखाएं चित्रित होती हैं। आप अपनी हाथ की मूठी खोलकर देखे। इसका भी कुछ न कुछ विज्ञान हैं, आप इंटरनेट पर सर्च कर सकते हैं ध्यान रखें, मैंने विज्ञान का बोला है, अंधविश्वास का नही। हथेलियों को english में ‘पाम’ कहते हैं।

11. भुजा Arm

‘आर्म’ यानी भुजा यह आपके हाथों की उंगलियों या हथेली के ठीक ऊपर वाले अंग को बोलते हैं। पोस्ट के सबसे ऊपर वाली इमेज में आप देख सकते हो। यह अंग भी हाथ के जॉइंट से जुड़ा होता हैं।

12. बांह Upperarm

यह वही बांह भुजा हैं, जिसे हम मसल्स या बॉडी बोलते है। ज्यादातर लोगों में यह धारणाएं बनी हुई है की आदमी कितना शक्तिशाली हैं, उनकी पहचान उसके ‘डोले-शोले’ देखकर ही होंगी। यह भुजा कंधे के ठीक नीचे होती हैं या यूं कह लो, हाथ की कोहनी से ठीक ऊपर वाला हिस्सा। इस अंग को अंग्रेजी में ‘ अप्परआर्म’ कहते हैं।

13. सिर/मस्तिष्क Head

यह अंग शरीर के सबसे ऊपर होता हैं। यही से सबकुछ होता हैं। आपने वो कहावत तो सुनी ही होंगी “सिर सलामत : सब सलामत ” मतलब आपके जीवन की दिशा और दशा इसी सिर से संचालित होती हैं। angrezi में ‘हेड’ बोलते हैं। अगर आपने मस्तिष्क की शक्ति के बारे में जानना चाहते हो, तो नीचे दी गई पोस्ट पढो।

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14. माथा Forehead

इस शरीर के अंग को हिंदी भाषा में माथा या ललाट बोलते हैं। यह अंग आँख के ऊपर होता हैं। इसे अंग्रेजी में ‘ फोरे हेड’ बोलते हैं।

15. बाल Hair

बालो के बारे में एक रौचक तथ्य है की हमारे बालो में सबसे ज्यादा कैल्शियम होता है, लेकिन हम इसको खा नही सकते। मनुष्य (पुरूष/स्त्री) की सुंदरता में बालों का बहुत महत्व होता हैं। हमारे समाज में यह विडंबना भी है, की जिस व्यक्ति के बाल नही होते, उसको समाज में माजक का पात्र भी बनाया जाता हैं जो कदापि उचित नही हैं। बाल को इंग्लिश में ‘हेयर’ बोलते है।

16. ठोड़ी/ ठुड्डी Chin

ठोड़ी अंग ठीक हमारे होंठ के नीचे होता हैं। राजस्थान के गांवों में  इसको हिचकी भी बोलते हैं। वैसे हर राज्यो में अलग-अलग नाम से उच्चारण किया जाता हैं। लेकिन अंग्रेजी में जानना आवश्यक है, इसका कारण आपको पता है। ‘ चिन’ बोलते हैं।

17. गाल Cheek

हमारे दो ‘गाल’ होते हैं, पहला बायीं आँख के नीचे का हिस्सा और दूसरा दायीं आँख के नीचे का हिस्सा। चेहरे की सुंदरता में गाल ही चार चांद लगाते हैं। english language में ‘चीक’ बोलते हैं।

18. गर्दन  Neck

गर्दन भी हमारे अंगों का एक बहुत महत्वपूर्ण हिस्सा होता हैं। जिससे गर्दन के ऊपर के सभी ऑर्गन संचालित होते हैं। गर्दन में सेकड़ो नाजुक मांसपेशिया होती हैं इसलिए योग करते समय   या एक्सरसाइज करते समय गरदन को जोर से तेज -तेज ना मरोड़े/घुमाये। हमेशा आराम से गर्दन के व्यायाम करे।

19. कंधे Shoulder

हमारे दो कंधे [शोल्डर] होते हैं यह बांह भुजा के ठीक ऊपर होता है। सबसे ऊपर उपर चित्र में देख सकते हैं।

20. पेट Stomach

आयुर्वेद में कहा गया है, की इंसान की सभी बीमारियों का कारण पेट ही है। इसलिए पेट में वही जाने दे, जो शुद्ध है, और प्राकृतिक भोजन है। हम जो दिन में दो समय भोजन करते हैं इसके अतिरिक्त जो भी पेय पदार्थ लेते हैं, चाय पीते हैं[Link] वह अन्य बहुत सारी चीजें दिन भर खाते रहते हैं, तो ये पेट उस भोजन को पचाकर खून और मांस का निर्माण करता है और जहाँ-जहाँ आपके शरीर में इन तत्वों की जरूरत है, वहाँ पर ये पेट भेजने का काम करता है। विदेशी भाषा अंग्रेजी में ‘स्टमक’ नाम से उच्चारित किया जाता हैं।

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21. छाती Chest

छाती भी हमारे शरीर का एक अभिन्न अंग हैं इसके चमड़ी के अंदर ही हमारे हृदय, फेफड़े, दिल और किडनी जेसे अंदर के शरीर के अंग ( internal body parts) छिपे होते हैं। अगर छाती को चौड़ी करना चाहते हैं, तो प्रतिदिन सूर्य नमस्कार करें। मैं खुद प्रतिदिन दो राउंड सूर्य नमस्कार करता हूँ।

22. उंगलियाँ Fingers

उंगलियाँ को अंगुली भी बोलते हैं। यह अंग हमारे हाथ की हथेली पर होता हैं। हमारे हाथ में कुल 8 अंगुलियां होती हैं। चार बाएं हाथ में और चार दाएं हाथ में। वही पैरों में भी 8 उंगलियां होती हैं। l हूबहू हाथ की तरह। इसका अंरेजी उच्चारण ‘ फिंगर्स’ के रूप में किया जाता हैं।

नोट :- पैर की अंगुलियाँ को ‘Toe’ [टो] कहते हैं।

23. अंगूठे Thumb

हमारे शरीर के बॉडी पार्ट्स हाथ वह पैर में कुल चार अंगूठे होते हैं। दौ, दोनो हाथों में वह दो अंगूठे दोनो पैरों में। अंग्रेजी में ‘थम्ब'” बोलते हैं।

24. जांघ Thigh

जांघ घुटनो के ऊपर वाले हिस्से को बोलते हैं। जांघ भी हमारे पैरों से जुड़ी होती हैं। अंग्रेजी में ‘थइ’ या थाई’ बोलते हैं। वही हिंग्लिश भाषा में थिग बोला जाता हैं।

25. घुटने  knee

हमारे शरीर में दो घुटने होते हैं। एक बाए पैर में वह दूसरा दाएं पैर में। यह अंग जांघ के ठीक नीचे होता हैं। घुटने हमेशा सही रहे इसके लिए आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति का ही हमेशा पालन करने का व्रत ले।

26. पैर/टांग Leg

हमारी दो टांगे होती हैं। यह अंग भी आपके पाँव का हिस्सा है। ये ठीक घुटनो के नीचे होता हैं।

27. पैर का एक हिस्सा  Foot

ज्यादातर लोगो को यह लगता है, की ‘ फुट का मतलब पांव’ पर ऐसा नही हे। आप उपर फीचर्ड इमेज में देखिये। फूट का मतलब पैर के अंगूठे वह उंगलियों के पीछे का हिस्सा या पैर की एडियो के ऊपर का हिस्सा। याद कीजिए जब आप फुटबॉल खेलते थे तो उस फुटबॉल को लात किस हिस्से से मारते थे? उसी हिस्से को ‘foot’ कहते हैं।

28. स्तन Breast

यह अंग महिलाओं में होता हैं। माँ अपने बच्चे को जन्म के समय स्तनपान करवाती हैं।

29. गर्भाशय  uterus

आदमियों में और महिलाओं में किसी एक अंग का अंतर है तो वह हैं, गर्भाशय। भगवान ने यह अंग सिर्फ औरत को ही दिया है। जो संतान उतप्ती के लिए आवश्यक हैं। यह अंग पुरुषों में नही होता।

 शरीर के आंतरिक अंगों के नाम [internal body parts name in hindi and english]

1. मसूड़े [ Gums ]

मसूड़े और दांत दोनो आपस में जुड़े होते हैं। अगर आपकी मसूड़े सड़ जाए या खराब हो जाये, तो फिर आपके सभी दांत गिरना/टूटना निश्चित है। इसको कोई बदल नही सकता। मसूड़े बहुत मजबूत होती हैं।

 

2. गला /कंठ [ Throat ]

यह हमारे गले के अंदर होता हैं। इसके जरिये ही हम गाना गा पाते हैं, मिठी वाणी बोल पाते हैं, भजन- कीर्तिन कर पाते हैं। गले को हमेशा सही रखने के लिए वह मधुर/सुरीली आवाज के लिए औषधीय पौधों का काढ़ा पीये, बाजार की सभी खाने-पीने की चीजो के प्रयोग से बचे। वह शुद्ध नेचुरल फ़ूड खाये।

 

3. कमर [ Waist ]

कमर हमारे में पीछे होती है, हम उसे देख नही सकते। बॉडी के बेकसाइड में कंधों से नींचे के हिस्से से लेकर गुदा तक होती हैं। कमर के अंदर ही एक रीढ़ की हड्डी होती हैं। इसलिए ज्यादा दीवार का या कुर्सी का सहारा लेकर ना बैठे।

 

4. फेफड़े [ Lungs ]

हमारे बॉडी के दोनों फेफड़ों का काम शरीर में धड़कन सांस को गति प्रदान करना है। जितने स्वस्थ आपके फेफड़े होंगे उतनी ज्यादा आपकी आयु होंगी। इसलिए खुले आसमान में लंबी गहरी सांस लेने की आदत डालें। वह कुछ ‘जीवनभर स्वस्थ रहने के छोटे-छोटे नियमो को अपने जीवन में उतारे’

 

5. किडनी [ Kidney ]

हमारे शरीर में दो किडनी होती हैं। स्वस्थ किडनी के लिए कैमिकल वाले उदयोग में काम ना करें, प्रदूषण से बचे। इसके ऊपर दिए गए नम्बर 4 पॉइंट पर दी गई लिंक पर क्लिक करके उस पोस्ट के स्वास्थ्य सूत्रों का पालन करें।

 

6. ह्रदय/ दिल [ Heart ]

हृदय को आम बोलचाल की भाषा में दिल भी कहते हैं। जब तक आपकी दिल की धड़कन चल रही हैं तबतक आप जिंदा हैं। ।

7. यकृत [ Liver ]

यकृत को अंग्रेजी में ‘लीवर’ कहते हैं। यह भी हमारे शरीर के अंदर का एक मुख्य अंग हैं। सभी प्रकार के नशे करने से यह बहुत जल्दी खराब हो जाता हैं

 

8. छोटी आंत/बड़ी आंत

इसके बारे में आपने बहुत कम सुना होंगा। यह लगभग 1 से 2 फुट लंबी होती हैं। यह हमारे अमाशय (पेट) के अंदर होती हैं। आप जो चायपत्ती , शक़्कर और दूध डालकर (अंग्रेजो द्वारा थोपी गई) चाय पीते हो। उससे यह छोटी आंत और बड़ी आंत सड़ जाती हैं पूरी तरह खराब हो जाती हैं, फिर आपको भूख नही लगती और भी बहुत सारी पेट से संबंधित बीमारियां होती हैं।

 

9. पुरुषों का स्नायु / महिलाओ का जननांग [ Penis & vegina ]

पुरुषों के स्नायु को ‘ लिंग’ भी बोलते हैं। यह पुरुषों का मूत्र द्वार होता हैं। वही महिलाओ के जननांग को ‘महिला का मूत्र त्यागने का अंग’ भी बोलते हैं।

 

10. गुदा /मल द्वार [ Anal ]

यहाँ से मनुष्य अपने शरीर के अंदर पड़े अपचित भोजन या अपशिष्ट पदार्थों को मल द्वार से बाहर निकालता है।

 

11. अंडकोश [ Scrotum ]

यह अंग सिर्फ पुरुषों में होता हैं इसका स्थान पुरूष के स्नायु तंत्र के नीचे होता है यह लिंग से जुड़ा हुआ होता हैं।

 

यह पोस्ट बच्चे से लेकर जवान सभी तक शेयर करो, सामान्य ज्ञान पर 90 प्रतिशत लोगो को इसकी पूरी जानकारी नही होती, इसी कारण उनका बहुत ज्यादा समय इस ज्ञान के अभाव में बीमारियों के चंगुल में फसकर अपना शरीर वह समय दोनो को खराब करते हैं। और आप सीधा यहाँ पर आ गये है, तो आपसे हाथ जोड़कर विनती है आप पूरी पोस्ट पढे, बहुत ज्यादा हेल्थ से रिलेटेड महत्वपूर्ण जानकारी साझा की है। अगर आपको खुद का डॉक्टर बनना है और बीमारियों से दूर रहना है, तो आपको अपने हर शरीर के अंग-अवयव के बारे में जानकारी होनी चाहिये। धन्यवाद : जय हिंद : जय भारत : स्वस्थ रहे : हर लक्ष्य को प्राप्त करें!

 

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